गुरुवार, 7 जून 2012

तूफान लग रहा है समन्दर में आयेगा....



साहिल भी अब कहाँ ये लहर रोक पायेगा, 
तूफान लग रहा है समन्दर में आयेगा

हमको वफा की राह में वो ज़िल्लतें मिली,
नामे वफा से दिल भी मेरा खौफ खायेगा।

उम्मीदें मंजिलों की सभी टूट जाएँगी,
रिश्तों का गर सफीना मेरा डूब जायेगा.


मेरी ये जिसके नाम पे दुनिया उजड़ गयी,
मुझको न थी खबर वो मेरा दिल जलाएगा.

कर के खुदा पे आज यकीं चल तो नाखुदा,
टूटा जो तेरा हौसला वो पार लायेगा


बाज़ू ओ पंख काटके उड़ने का इशारा,
'ताइर' ये ज़माना तुझे कितना सतायेगा।



                      - इमरान खान ' ताइर '.           

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