सोमवार, 20 अगस्त 2012

मौन .


जो नहीं बोलता 
सदा रहता है मौन 
प्रिय की निद्रा में 
लीन से चिरलीन 
आगामी कल में 
वही बचता है 
जैसे वाचाल गोपियाँ 
अनाम-लुप्त रह गयीं 
बची रही सिर्फ राधा .

     - दिनेश द्विवेदी .

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