मंगलवार, 13 अगस्त 2013

आज़ादी के हाइकु



१)
भारत प्यारा
वेदों की यह धरा
देश है न्यारा।
२)
भेद भुला के
गले मिल मनाएँ
जश्‍ने-आज़ादी ।
३)
देश स्वाधीन
शौर्य हुआ है पंगु
नेतृत्व बिन ।
४)
सशस्त्र फौजी
आत्म-रक्षा के लिए
माँगे स्वीकृति ।
५)
पूछे बिटिया
कब देगी आज़ादी
मुझे सुरक्षा।

६)
भूख, डर से
कर सको जो मुक्‍त
जी लूँ आज़ादी ।
७)
कफ़न ओढ़
सोया है चिर निद्रा
देश का बेटा।

- सुशीला श्योराण ’शील’

चित्र : साभार गूगल

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