सोमवार, 19 मार्च 2012

वजूद मुझसे खफा है मेरा

Shadows Paintings - Firelight by Paul Sachtlebenये बस मुझी से गिला है मेरा,                         
वजूद मुझसे ख़फा है मेरा।


खुली फज़ा है मेरा ठिकाना,
वजूद मिस्ले सबा है मेरा।


हर एक दिल को ख़बर है मेरी,
वजूद लेकिन छुपा है मेरा।


मिला न मुझसा कोई जहाँ में,
वजूद कितना जुदा है मेरा


बरस रहा है समा मुसलसल,
वजूद फिर भी जला है मेरा।


सुकूँ से मैंने जो साँस ली है,
वजूद सबको चुभा है मेरा।


ग़मों का अज्दा निगल न जाये,
वजूद सहमा डरा है मेरा।


मेरी तमन्ना तो गिर चुकी है,
वजूद फिर भी खड़ा है मेरा।

                 - इमरान .


*मिस्ले सबा - हवा की तरह
अज्दा - अजगर

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