मन में मेरे
रहता है
एक छोटा बच्चा।
कहता है -
"तारे तोडूंगा !"
कितनी बार इसे समझाया
दूर बहुत हैं चाँद सितारे .
उन तक कौन पहुँच पाया है !!
तू पहुंचेगा ?!
मेरी बात समझता है .
थोड़ी देर संभल जाता है .
पल भर मेरी आँख लगी तो
बस...
कहीं दूर निकल जाता है।
कभी मांगता इन्द्र धनुष है,
कभी धूप,
कभी तितलियाँ !
और फूल जो दिख जाएँ
तो कहता है -
"सारे तोडूंगा !"
मन में मेरे
रहता है
एक छोटा बच्चा।
कहता है -
"तारे तोडूंगा !"
- मीता .
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