आज फिर शुरू हुआ जीवन .
आज मैंने एक छोटी सी ,सरल सी कविता पढ़ी ,
आज मैंने सूरज को डूबते देर तक देखा ,
आज एक छोटी सी बच्ची किलक मेरे कंधे चढ़ी .
आज मैंने आदि से अंत तक एक पूरा गान किया .
आज फिर जीवन शुरू हुआ .
मंगलवार, 31 दिसंबर 2013
आने वाला पल जाने वाला है ...
सरगम में आज प्रस्तुत है किशोर कुमार जी की आवाज़ में गुलज़ार साहब का लिखा ज़िन्दगी का ये खूबसूरत फलसफा, फ़िल्म है गोलमाल, और संगीत आर. डी बर्मन साहब का है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें